क्या भारत में कोरोना का असर कम हो गया है? एक्सपर्ट से जानिए ऐसे ही सवालों के जवाब

सेहतराग टीम

भारत में कोरोना वायरस से संक्रमण का मामला बढ़कर अब 99 लाख 54 हजार से ऊपर पहुंच चुका है जबकि मरने वालों की संख्या भी एक लाख 44 हजार के पार है। हालांकि अब तक यहां 94 लाख से अधिक लोग इस संक्रमण से मुक्त भी हो चुके हैं। देश में पिछले 24 घंटों में कोविड से ठीक होने की दर 95.21 फीसदी हो गई है, जो कि बहुत अच्छी बात है। ऐसे में कोरोना के संक्रमण को लेकर मन में कई तरह के सवाल भी पैदा हो रहे हैं। जैसे कि, क्या भारत में कोरोना वायरस का असर कम हो गया है या क्या भारत में कोरोना महामारी अब समाप्ति की ओर है? आइए एक्सपर्ट  से जानते हैं ऐसे ही जरूरी सवालों के जवाब..

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क्या कोरोना वायरस का असर कम हो गया है? 

डॉ. राजेंद्र के. धमीजा बताते हैं, 'कतई नहीं, यह मत सोचिए कि वायरस का असर कम हो गया है। बीमारी चाहे एक व्यक्ति को हो या कई लोग इसकी चपेट में आएं, इससे जान का खतरा सभी को है। यह बीमारी मामूली बीमारी नहीं है। कुछ लोगों को हल्के लक्षण आ सकते हैं, लेकिन कुछ में यह गंभीर रूप धारण कर सकती है। तीनों बातों का ध्यान हमेशा रखना है, यह नहीं कि हाथ धो लिए तो मास्क नहीं लगाया, मास्क लगा लिया तो दूरी नहीं बनाई, तीनों काम एक साथ करने हैं। जब तक बहुत जरूरी नहीं हो, तब तक घर से बाहर मत जाएं।'

वैक्सीन को लेकर क्या तैयारियां चल रही हैं?

दिल्ली के लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के डॉ. राजेंद्र के. धमीजा बताते हैं, 'सरकार ने टीकाकरण का कार्यक्रम तैयार कर लिया है। पूरे देश में राज्य एवं जिला स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं कि कैसे लोगों तक वैक्सीन पहुंचाई जाएगी। इसमें 23 मंत्रालय मिलकर काम कर रहे हैं। कोल्ड चेन स्थापित की जा रही है, लोगों को ट्रेनिंग दी जा रही है। टीकाकरण के लिए चिह्नित स्थलों पर एक बार में कितने लोग आएंगे, कहां टीकाकरण किया जाएगा, क्या व्यवस्था होगी, आदि तैयारियां अंतिम चरण पर हैं। इतिहास में टीकाकरण का यह सबसे बड़ा अभियान है और सरकार के लिए बहुत बड़ी चुनौती भी है।'

क्या हमारे देश में कोरोना महामारी अब समाप्ति की ओर है? 

डॉ. राजेंद्र के. धमीजा कहते हैं, 'ऐसा कतई मत सोचें कि मामले कम आ रहे हैं, तो सब ठीक है। दूसरे देशों की तुलना में भले ही हमारे यहां नए मामले कम हुए हैं, रिकवरी रेट भी बढ़ा है, लेकिन अमेरिका, कनाडा और कई यूरोपीय देशों में नए मामले फिर बढ़ने लगे हैं। वहां प्रति दिन मामलों की संख्या पहले की तुलना में चार से पांच गुना अधिक है। वहीं मृत्यु दर भी कई देशों में बढ़ी है। ध्यान रहे, महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। हमारे देश में कोरोना नियंत्रित है, लेकिन बीमारी के प्रति हम उतने ही संवेदनशील अभी भी हैं, जितना पहले थे।'

वैक्सीन आने में अभी कितना समय लगेगा?

डॉ. राजेंद्र के. धमीजा बताते हैं, 'अभी तक टीका उपलब्ध नहीं है, सभी को वैक्सीन के अप्रूवल का इंतजार है। तीन वैक्सीन के इमर्जेंसी अप्रूवल के लिए आवेदन किया गया है। पहली फाइजर की वैक्सीन है, जो अमेरिका की है, वहीं बाकी दो वैक्सीन भारत में निर्मित हैं। इन तीनों के लिए कुछ और डाटा का इंतजार है। आने वाले कुछ हफ्तों में इनमें से कोई न कोई वैक्सीन आ जाएगी।' 

हमारे शरीर में कितनी मात्रा में वायरस अंदर जाते हैं? 

डॉ. राजेंद्र के. धमीजा बताते हैं, 'किसी संक्रमित में कितना वायरल लोड है, ये जानने के लिए कोविड जांच रिपोर्ट में देख सकते हैं। जो भी रिपोर्ट आती है, उसमें सीटी वैल्यू लिखी होती है। अगर सीटी वैल्यू ज्यादा है तो वायरल लोड कम होता है और सीटी वैल्यू कम हो तो वायरल लोड ज्यादा होता है। ये सीटी वैल्यू केवल आरटी-पीसीआर टेस्ट में ही लिखकर आती है।'

(साभार -अमर उजाला)

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